डॉ. कुंडू ने कहा, कृषक प्रक्षेत्र प्रत्यक्षण के आंकड़ों को संकलित करें वैज्ञानिक
जाले, देशज टाइम्स ब्यूरो।डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एम एस कुंडू ने कृषि विज्ञान केंद्र जाले की ओर से विभिन्न कार्यक्रम अंतर्गत प्रत्यक्षनों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रक्षेत्र दिवस के माध्यम से आसपास के किसानों के मध्य नवीन तकनीकों के प्रयोग के असर को (Director of Pusa Agricultural University reached Jaala, Jana farmers’ condition, emphasis on technology, better production) दिखाने व उनके तकनीकी पहलुओं को बताने का निर्देश दिया।
जानकारी के अनुसार, केंद्र व राज्य सरकार के विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत केभीके की ओर से पंद्रह गांव में कृषक प्रक्षेत्र में विभिन्न फसलों का प्रत्यक्षण लगाया गया है, विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा ने सीएफएलडी योजना अंतर्गत गोढीला व गोदाई पट्टी गांव के मसूर एवं सरसों के प्रत्यक्षण कार्यक्रमों का जायजा (Director of Pusa Agricultural University reached Jaala, Jana farmers’ condition, emphasis on technology, better production) लिया।
इस दौरान प्रक्षेत्र पर जाकर विभिन्न फसलों की प्रगति व केंद्र की ओर से उपलब्ध कराए गए तकनीकों के बारे में किसानों का राय जाना, वहीं जलवायु अनुकूल खेती अंतर्गत बरहमपुर गांव में (Director of Pusa Agricultural University reached Jaala, Jana farmers’ condition, emphasis on technology, better production) लगाए गए गेहूं में शून्य जुताई यंत्र के प्रभाव का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर डीडीएम नाबार्ड आकांक्षा ने निदेशक को बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से विभिन्न एफपीओ के किसको के मध्य चना मशहूर एवं सरसों के सीएफएलडी योजना अंतर्गत लगभग 100 एकड़ में प्रत्यक्षण लगाया गया है। इसके लिए किसानों को केंद्र की ओर से प्रशिक्षित भी किया गया। अब तक के फसल की (Director of Pusa Agricultural University reached Jaala, Jana farmers’ condition, emphasis on technology, better production) प्रगति से कृषक काफी संतुष्ट हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की, भविष्य में भी दोनों संगठन मिलकर जिला के किसानों के विकास के दिशा में कार्य करते रहेंगे कार्यक्रम में कृषि समन्वयक शिवराज कुमार एफपीओ के प्रतिनिधि रावे के (Director of Pusa Agricultural University reached Jaala, Jana farmers’ condition, emphasis on technology, better production) छात्र व विभिन्न गांव के किसान भी सम्मिलित थे। इस अवसर पर निदेशक ने कृषि विज्ञान केंद्र पर चल रहे पंद्रह दिवसीय उर्वरक अनुज्ञप्ति प्रशिक्षण के प्रशिक्षणार्थियों से भी चर्चा की एवं केंद्र पर लगाए गए विभिन्न फसलों एवं प्रत्यक्ष इकाइयों का मुआयना किया।