डीएम अंकल…सीबीएसई 12वी की परीक्षा स्थगित है। एक जून के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री इसपर विचार करेंगे कि परीक्षा कैसे हो या ना हो। दसवीं की परीक्षा कैंसिल कर दी गई है। मगर, दरभंगा में 12वीं की प्रैक्ट्रिल परीक्षा ली जा रही है। इसे रोका जाए। एक जून के बाद जब फाइनल परीक्षा की तिथि तय हो उसके साथ प्रैक्ट्रिल की भी परीक्षा ली जाए। अभी कोरोना लहर में बच्चों का घरों से बाहर निकलना खतरों व जोखिम से भरा है…
दरभंगा। दरभंगा के सीबीएसई स्कूल से जुड़े बारहवीं के बच्चे इन दिनों खासे परेशान हैं। परेशानी की वजह भी है। केंद्र सरकार ने सीबीएसई बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक कर फिलहाल बारहवीं की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। यह परीक्षा चार मई से पूरे देश में होनी थी। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व शिक्षा मंत्री निशंक ने बैठक कर तय किया दसवीं की परीक्षा नहीं ली जाएगी और बारहवीं की परीक्षा पर फैसला एक जून को लिया जाएगा। इसके बाद पंद्रह दिनों का समय छात्रों को दिया जाएगा। ऐसे में सवाल उठता है जब मुख्य परीक्षा स्थगित है तो फिर दरभंगा के स्कूलों में प्रैक्ट्रिल की परीक्षा क्यों ली जा रही है। इसको लेकर छात्रों ने देर शाम डीएम डॉ.त्यागराजन एसएम से उम्मीद के साथ फोन कर प्रैक्ट्रिल परीक्षा पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
छात्रों ने कहा है, सर, जब हमारी मुख्य परीक्षा ही अनिश्चित है तो इस कोरोना काल में जहां पूरा देश, हमारा दरभंगा कोरोना की चपेट में लगातार आ रहा है। हर जगह कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में, फिलहाल अभी प्रैक्ट्रिल परीक्षा लेना कहां उचित है। बेहतर होता, बच्चो को स्वस्थ रखने की जिद दिखती और एक जून के बाद प्रैक्ट्रिल की परीक्षा ली जाती। इससे छात्रों का एक बार फिर से मुख्य परीक्षा को लेकर माहौल बनता, कोरोना संकट के बीच स्कूल से इनका सीधा संवाद कायम होता और फिर से एक नए जोश के साथ छात्र प्रैक्ट्रिल की परीक्षा के साथ मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटते लेकिन फिलहाल प्रैक्ट्रिल परीक्षा लेना सीधा बच्चों को कोरोना वायरस में खुला छोड़ने के समान है।
इसको लेकर छात्रों ने देशज कार्यालय से अपनी बात रखी। कहा, डीएम अंकल हमारी बात जरूर सुनेंगे। वहीं, स्कूल प्रबंधन की ओर से तर्क यह दिया जा सकता है, यह कार्यक्रम पूर्व निर्धारित है यानी प्रैक्ट्रिल पूर्व से निर्धारित है। मगर, यह तब निर्धारित किया गया था या सीएम नीतीश कुमार ने उन दिनों पूर्व परीक्षाएं तय समय पर लेने की बात कही थी जब केंद्र सरकार और सीबीएसई का फैसला परीक्षा स्थगित या कैंसिल करने की नहीं आई थी। तब और अब में बेहद फर्क है। आज देश में दो लाख से अधिक संक्रमित हैं। अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे। कई परिवारों के लोग खुद संक्रमित हैं। ऐसे में, अपील डीएम साहेब से बच्चों ने की है, उनका प्रैक्ट्रिल फिलहाल स्थगित कराया जाए। जब दिल्ली सरकार या दिल्ली में प्रैक्ट्रिल की परीक्षा स्थगित हो गई है तो फिर दरभंगा में अतिरिक्त सुरक्षा बरतने में स्कूल प्रबंधन और प्रशासन को कहां क्या दिक्कत है।