दरभंगा, देशज न्यूज। आखिरकार कमतौल से होनहार व कामयाब बेटियों की लंबी फेहरिस्त धीरे-धीरे दुनिया पर छाने लगी है। साइकिल गर्ल ज्योति के बाद दूसरा नाम है केवटी-पिंडारुछ के सेवानिवृत्त शिक्षक विष्णुमोहन झा व शिक्षिका उषा झा की पुत्री डॉ. निरुपमा कुमारी का।डॉ. निरुपमा की पेशे से शिक्षा जगत से जुड़ी नामचीन हस्ती बन चुकी हैं।
उसके पढ़ने, पढ़ाने के तरीके को झारखंड सरकार अब मॉडल बनाने जा रही है। उसे पूरे राज्य के शिक्षा जगत से जोड़कर तालीम को बेहतर बनाने की दिशा में उपयोग होगा। साथ ही सरकार उसकी शिक्षा स्टाइल को भी सराहते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को लेकर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित किया है। फिलहाल,निरुपमा झारखंड के रामरूद्र प्लस टू उवि चास, बोकारो में शिक्षिका हैं।
प्रारंभिक शिक्षा मधुबनी के नाहर भगवतीपुर से करने के बाद 1995 में कोइलख उवि से दसवीं, जेएन कॉलेज से डिग्री स्तर तक की पढ़ाई के बाद आरआइइ भुवनेश्वर से बीएड, इग्नू से स्नातकोत्तर, एलएनएमयू से पीएचडी करने वाली निरुपमा क्रिएटिव राइटिंग इन हिंदी में इग्नू से स्वर्ण पदक विजेता रही हैं।
उर्दू भाषा की अच्छी पहचान के बीच कला को भी जीवन का आधार समझने वाली निरुपमा का व्यक्तितत्व अब झारखंड सरकार के लिए बड़ा योगदान देने वाला बनने वाला है। इससे संपूर्ण मिथिलांचल समेत बिहार को गर्व है।