जाले, देशज टाइम्स ब्यूरो। जाले अपनी मातृप्रेम में बुधवार को कराह उठा है। स्वतंत्रता का अलख जगान वाली प्रखर स्वतंत्रता सेनानी मुनरी देवी का निधन 116 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। मुनरी देवी के आवास (Darbhanga: 116-year-old freedom fighter Munri Devi dies, maternal love drowned in mourning) जाले में बुधवार को अंतिम सांस लेने की खबर पूरे इलाके में फैलते ही लोग श्रद्धाजंलि देने उमड़ पड़े।
जानकारी के अनुसार, स्वतंत्रता सेनानी मुनरी देवी अपने पति सुग्गा गोप के साथ कंधा से कंधा मिलाकर स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हुए अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर (Darbhanga: 116-year-old freedom fighter Munri Devi dies, maternal love drowned in mourning) दिया था।
वह 1942 में महात्मागांधी के आह्वान पर भारत छोड़ो आंदोलन में पति के साथ सैकड़ों आंदोलनकारियो के साथ-साथ जाले थाना पर हमला कर उसे आग लगाकर थाना को ध्वस्त कर दिया था। उन्हें पति के साथ साथ 5 वर्षों तक जेल की यातनाएं भी झेलनी पड़ी थी।
स्वतंत्रता सेनानी मुनरी देवी अपने पीछे पुत्र स्व. सीताराम (Darbhanga: 116-year-old freedom fighter Munri Devi dies, maternal love drowned in mourning) यादव की विधवा सुमित्रा देवी समेत तीन पौत्र सुरेश, नरेश व अमरेश वहीं छह पौत्री प्रपौत्री छोड़ गई हैं। इनका दाह-संस्कार गुरुवार को दिन के 10 बजे अपने पैतृक श्मशान जाले में किया जाएगा। वहीं संवेदना देने वालों का तांता उनके आवास पर लगा है।