दरभंगा,देशज टाइम्स ब्यूरो। ललित नारायण मिथिला विवि अंतर्गत संचालित सीएम विधि महाविद्यालय का उर्दू में लिखे नाम को हटाए जाने और अविलंब पुनः उर्दू में नाम लिखे जाने की मांग को लेकर विभिन्न छात्र-संगठनों के संयुक्त आह्वान पर गुरुवार को धरना दिया। सीएम लॉ कॉलेज के मुख्य द्वार पर कॉलेज की ओर से हिंदी और उर्दू में कॉलेज का नाम लिखा गया था।
इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समर्थित छात्र-संघ ने कॉलेज का नाम उर्दू में लिखे जाने का विरोध किया। फलस्वरूप आनन-फानन में सीएम लॉ कॉलेज के प्राचार्य की ओर से उर्दू में लिखे नाम को हटवा दिया गया। इसके बाद से इस बात को लेकर छात्रों के बीच काफी आक्रोश है। इस क्रम में आइसा की ओर से आइसा जिला कार्यालय पंडासराय में धरना दिया गया।
एआईएसएफ के जिला सचिव शरद कुमार सिंह छोटाइपट्टी में, केवटी में इबरार व शहर में अरशद सिद्दीकी ने धरना दिया। छात्र राजद की ओर से विभिन्न जगहों पर धरना दिया गया। एसएफआई ने बहादुरपुर के बिरनिया गांव में एसएफआई राज्य सचिव मुकुल राज के नेतृत्व में धरना दिया। यूथ इंडिया डेवलपमेंट बोर्ड के प्रदेश प्रभारी मुकेश यादव भी धरना पर बैठे।
छात्र- नेताओं ने कहा कि उर्दू में लिखे कॉलेज के नाम को हटाया जाना भारत के संविधान की मूल भावना के भी खिलाफ है। प्रधानाचार्य ने बिहार के द्वितीय राज भाषा को अपमानित करने का काम किया है। विद्यार्थी परिषद ने दबाब बनाकर बोर्ड को हटवाया है। लिहाजा पुनः सीएम लॉ कॉलेज का नाम उर्दू में लिखा जाए। विरोध करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। बाद में धरना के माध्यम से कुलाधिपति व कुलपति को एक मांग पत्र ईमेल के माध्यम से भेजा गया है।
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