दरभंगा,देशज टाइम्स ब्यूरो। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा है, मौसम विभाग के पूर्वानुमान में 29 जून तक दरभंगा जिला सहित आसपास के जिले व नेपाल के तराई वाले क्षेत्रों में गऱज के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। कहा, लगातार ज्यादा मात्रा में बारिश होने पर दरभंगा के कुछ प्रखंडों में बाढ़ आने की संभावना बन सकती है। इसमें हनुमाननगर व हायाघाट सबसे पहले प्रभावित हो सकते हैं।
डीएम डॉ.एसएम ने कहा,बांध व तटबंधों के किनारे रहने वाले इन प्रखंडों के लोगों को सतर्क कर दें। बाढ़ के समय राहत व बचाव कार्य चलाने की पूरी तैयारी रखें। कहा, जिला में अवस्थित सभी तटबंधों की मरम्मत कराई गई है। तथापि रैट होल व रेन कट की जगह-जगह समस्याएं हैं। जिनको भी भरने की प्रयास किया जा रहा है।
डीएम डॉ.एसएम ने कहा, सभी अंचलों में बाढ़ प्रणव पंचायतों में पर्याप्त संख्या में नाव व नाविक को तैयार हालत में रखें। यहां 15 मोटर वोट भी उपलब्ध है। इसलिए मोटर वोट चलाने वाले चालक को प्रशिक्षित कराकर उनसे मोटर वोट का परिचालन कराएं। उन्होंने यह बातें कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेस में कही है।
उन्होंने कहा, तटबंधों की सुरक्षा के लिए वहां पर पर्याप्त संख्या में मजदूर तैनात रखें। वहां पर फ्लड फाइटिंग सामग्री का ज्यादा से ज्यादा स्टॉक रखी जाये। उन्होंने कहा है कि कल ठनका गिरने से जिला में 05 लोगों की मृत्यु हो गई है। इसलिए बारिश/ठनका के सयम लोगों को घर में ही रहने के लिए कहा जाए।
डीएम डॉ.एसएम ने कहा, ठनका की पूर्व सूचना देने के लिए एक मोबाइल एप ‘‘इन्द्रबज्र’’ विकसित किया गया है, जिसे गूगल प्ले स्टॉर से सभी लोग डाउनलोड कर लें। इस एप से ठनका की पूर्व सूचना मिलती रहेगी।
उन्होने कहा, सभी ग्राम पंचायत मुखिया, वार्ड सदस्य आदि के साथ बैठकें करके उन्हें भी इन्द्रवज़्र एप की जानकारी दे दी जाए व सभी लोगों को इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित की जये। वहीं सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को मानव दवा / ब्लीचिंग पाउडर, चूना आदि के स्टॉक का वैरिफिकेशन कर लेने को कहा गया है।
डीएम की ओर से इसके पूर्व बाढ़/आपदा से बचाव के लिए जिला में की गई तैयारियों के बारे में मीडिया प्रतिनिधियों को विस्तार से बताया गया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन विभाग के एसओपी के तहत बाढ़/आपदा से बचाव व राहत कार्य चलाने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई है। अभी सभी नदियों में जलस्तर सामान्य है, लेकिन 29 जून तक भारी वर्षापात की संभावना है। इसके चलते कुछ प्रखण्डों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
कहा, विगत बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए तटबंधों की मरम्मति हो गई है। रैट होल एवं रेन कट को भरने का अभी भी कार्य चल रहा है। कहा कि दरभंगा जिला क्षेत्र में बहुत बड़ा तटबंध है. सभी तटबंधों की बराबर निगरानी की जा रही है। कहा कि तटबधों के किनारे रहने वाले लोगों को काफी सतर्क रहनी चाहिए। बाढ़ आ जाने की स्थिति में विस्थापन के लिए भी तैयार रहनी चाहिए।
कहा कि ठनका की पूर्व सूचना देने के लिए ‘‘इन्द्रवज़्र ’’ नामक एक मोबाइल एप विकसित किया गया है। इस एप को सभी लोगों को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, रेन फोरकास्ट को देखते हुए सभी लोगों को घर में ही रहनी चाहिए। यदि लोग घर से बाहर निकलते हैं तो वर्षा व ठनका के समय खुले में बिलकुल नहीं रहें।
कहा कि जिला प्रशासन पूर्ण एलर्ट मोड में है और जिलेवासियों को भी एलर्ट रहने की अपेक्षा की जाती है। डीएम डॉ.एसएम ने कहा, इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मीडिया प्रतिनिधियों से आग्रह किया,भारी वर्षापात व वज़्र पात से सुरक्षा के लिए सभी जरूरी जानकारी आमलोगों तक पहुंचाते रहें। सभी लोगों को इन्द्रवज़्र एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
मीडिया प्रतिनिधियों ने दरभंगा शहर में जल-जमाव की गंभीर समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट किए जाने पर डीएम डॉ.एसएम ने कहा, गत वर्ष की तुलना में इस बार ज्यादा स्ट्रेग्थ से जल निकासी का कार्य किया जा रहा है। इस वर्ष 10 पंपों से जमे हुए पानी को निकाला जा रहा है।
डीएमसीएच में प्रोपर नाला नहीं रहने के कारण जल-जमाव की समस्या रहती है। इसके समाधान के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार की ओर से वर्षापात व नदियों के जल स्तर से संबंधित सभी सूचनाएं साझा की जा रही है।
इस बैठक/वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी, प्रशिक्षु सहायक समाहर्त्ता प्रियंका रानी, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित सभी प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधिउपस्थित थे।