बेनीपुर। स्थानीय विधायक डॉ. विनय कुमार चौधरी ने लगातार विधानसभा के वर्तमान सत्र में बेनीपुर विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर अपने ही सरकार के विरूद्ध माहौल को गर्म किए हुए हैं। कभी शिक्षा विभाग में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर तो कभी स्वास्थ्य महकमे की समस्या को लेकर कभी बाढ़ एवं सूखा के मामले को लेकर लगातार मंत्रियों को जवाब देने पर मजबूर कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने अनुमंडल अस्पताल के चाहर दिवारी चाहर निर्माण के साथ–साथ महीनाम एवं रमोली स्वास्थ्य उपकेंद्र में चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों की पदस्थापना को लेकर सरकार से वक्तव्य देने की मांग की। उक्त मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जवाब देते हुए कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में अनुमंडल अस्पताल का चहारदीवारी निर्माण पूरा कर लिया जाएगा जबकि महीनाम एवं रमौली स्वास्थ्य उपकेंद्र में भवन निर्माणाधीन है जो विभाग को हस्तगत नहीं कराया गया है स्वास्थ्य विभाग को हस्तगत होते ही चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों को पद सृजन के अनुरूप पदस्थापना कर दी कर दी जाएगी।
साथ ही उन्होंने जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा से मुलाकात कर मलौल से नवभरैन के बीच क्षतिग्रस्त बांध का अविलंब मरम्मत कराये जाने की मांग की। साथ ही हावीडीह दक्षिणी पंचायत में बराही और नवटोलिया के बीच नहर का निर्माण कराया जाएगा। उक्त आश्वासन जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने बेनीपुर के विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी को दिया। विधायक प्रो. चौधरी ने मंत्री को जानकारी दी कि हवीडीह दक्षिणी पंचायत के बराही और नवटोलिया के मध्य में बिहार सरकार के नक्शा में तीस फीट चौड़ा नहर है, जो कि वर्तमान में मृतप्राय है। ऐसी स्थिति में सैकड़ों एकड़ जमीन जलजमाव की समस्या से त्रस्त है।
इसका पुर्निर्माण कराया जाए। ताकि सैकड़ों किसानों को इससे लाभ होगा। साथ ही प्रो. चौधरी ने श्री झा को बताया कि कमला नदी में मलौल के कोठा घाट से मौजे जगदीशपुर बिरौल प्रखंड होते हुए बिरौल प्रखंड के नवभरैन घाट तक संवेदन व क्षतिग्रस्त बिंदु का अतिशीघ्र मरम्मत कराया जाए। प्रो. चौधरी ने कहा कि बेनीपुर एवम बिरौल प्रखण्ड बाढ़ के वजह से परेशान रहते हैं, जिससे जहां लगातार फसल की क्षति होती है। वर्तमान में भी अभी कई जगह बांध क्षतिग्रस्त है, जिससे आने वाले समय में काफी समस्या होगी। प्रो. चौधरी ने बताया कि मंत्री ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए अविलंब मरम्मती का आश्वासन दिया।