दरभंगा, देशज टा इम्स ब्यूरो। जिले में बागमती नदी का पानी कई रिहायशी इलाकों में तेजी से फैल रहा है। इसी क्रम में नरदरिया गांव के निचले हिस्से में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कारणवश, स्थानीय लोग अपने माल-मवेशियों के साथ यहां अस्थाई ठिकाना बनाकर रहने लगे हैं। (Badh se visthapit)
जिले के बाढ़ पीड़ितों का एक तबका इन दिनों दरभंगा-समस्तीपुर मुख्य सड़क स्थित नरदरिया से डीलाही चौक तक तिरपाल लगाकर रहने को विवश हैं। (Badh se visthapit)
बागमती नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण हनुमान नगर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नरदरिया गांव में लोगों के खेत-खलिहान डूब गए हैं। जिस वजह से मवेशियों के चारा के साथ-साथ ग्रामीणों के समक्ष रहने की बड़ी समस्या आन खड़ी हुई है। कारणवश लोग गांव छोड़कर सुरक्षित स्थान की तलाश में पलायन करने को विवश हैं। (Badh se visthapit)
लिहाजन, इस दौरान दरभंगा-समस्तीपुर मुख्य सड़क के किनारे बाढ़ की विषमता को देखते हुए पीड़ितों ने अपना डेरा डाला रखा है। लेकिन फिर भी इनकी मुसीबतें कम नहीं है। विस्थापितों की माने तो यहां भी जगह इतना कम पड़ रहा है, लोग आपस में ही झगड़ने से परहेज नहीं करते। (Badh se visthapit)
एक स्थानीय विस्थापित ने बताया, तिरपाल लगाने के लिए जगह चेक करने में भी लोग एक-दूसरे से झगड़ने लग रहे हैं। गांव में पानी आ जाने के कारण हम लोग सड़क पर रहने के लिए मजबूर है। लेकिन सुधि लेने वाला कोई नहीं है। इसके अलावे इन विस्थापितों की एक विकराल लेती समस्या यह भी है,मवेशियों का चारा नाकाफी हो रहा है। (Badh se visthapit)
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