बिरौल, देशज टाइम्स ब्यूरो। वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बीते रविवार को सहायक थानाध्यक्ष किशोर कुणाल झा को उसके चैंबर में पहुंचकर डेढ़ माह से जब्त ऑटो को छोड़ने के लिए दस हजार बतौर घुस का ऑफर करने के मामले में एसएसपी बाबू राम के निर्देश पर सिटी एसपी योगेन्द्र कुमार सोमवार को बिरौल थाना पहुंचे।
जानकारी के अनुसार, सिटी एसएपी श्री कुमार सहायक थानाध्यक्ष से पूछताछ करने के बाद 23 मार्च को पुलिस की ओर से जब्त किए ऑटो से संबंधित सभी कागजातों का अवलोकन किए। वहीं, एसडीएम कार्यालय पहुंच कर थाना से भेजे गए प्रतिवेदन की तहकीकात की।
हांलाकि, जब्त किए गए ऑटो से संबंधित प्रतिवेदन पुलिस की ओर से 23 मार्च को एसडीएम कार्यालय व 24 मार्च को जिला मुख्यालय भेज दिया गया था।
सिटी एसपी योगेन्द्र कुमार ने देशज टाइम्स को बताया कि जांच की जा रही। इसी क्रम में एसपी ने प्रशिक्षु तीन सब इंसपेक्टर से उनके प्रशिक्षण की स्थिति के संबंध में पूछताछ करने के बाद आवश्यक निर्देश दिए।
इधर, वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी की ओर से बिरौल थाना पहुंचकर थानाध्यक्ष को रिश्वत का प्रलोभन देकर गाड़ी छुड़ाने की कोशिश को भाजपा ने गंभीरता से लिया है। भाजपा के एमएलसी अर्जुन सहनी ने कहा है कि चुनावी वर्ष में सुशासन की सरकार को बदनाम का प्रयास किया गया है। इसका मैं कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं। श्री सहनी ने कहा कि वरीय अधीक्षक व राज्य सरकार से मांग करता हूं कि इस जघन्य कृत्य के दोषियों पर कानूनी कार्रवाई करें।
कहा कि यदि मुकेश सहनी के अनुसार थाना अध्यक्ष की ओर से रिश्वत की मांग की गई है तो जांच की मांग करता हूं। अगर दोषी पाए जाते हैं, थाना अध्यक्ष पर ही कार्रवाई की जाए। यदि नहीं दोषी पाए जाते हैं तो रिश्वत देने के जघन्य कृत करने वाले की गिरफ्तारी हो। प्रेसवार्ता में जिला महामंत्री सुजीत मल्लिक ,अमलेश झा मौजूद थे।
वहीं, भाजपा जिला प्रवक्ता माधव कुमार वत्स ने देशज टाइम्स से बातचीत में कहा है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है। वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एनडीए सरकार को बदनाम करने की नीयत से इस प्रकार की हरकत कर रहे हैं, जो निंदनीय है। अवैध कार्य करवाने के लिए थानाध्यक्ष पर दबाव बनाना व रिश्वत देने की पेशकश करना कानूनन अपराध है, दरभंगा पुलिस मामले की जांच कर रही है। बिहार में कानून का राज है, उचित कार्रवाई होगी।