दरभंगा,देशज टाइम्स ब्यूरो। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने मंगलवार को जिले में कार्यरत सभी जल निस्सरण प्रमंडल व बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियंताओं को सभी तटबंधों के क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मत व कमजोर बिंदुओं की स्ट्रेंगथनिंग, मजबूतीकरण का कार्य दो दिनों में पूरा करने को कहा है।
डीएम डॉ.एसएम ने कहा, सभी तटबंधों के मजबूतीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर हो। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है, अगले दो दिनों में उत्तरी बिहार व नेपाल के तराई क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में एक साथ ज्यादा मात्रा में बारिश होने पर दरभंगा जिले के सभी नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना रहेगी।
तटबंधों पर दवाब रहेगा। उन्होंने कहा, जिला में अवस्थित सभी बांधों, तटबंधों के सभी रेन कट व रैट होल को तुरंत पैकिंग कर दी जाए। डीएम डॉ.एसएम कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित बाढ़ पूर्व तैयारी की समीक्षा बैठक में निर्देश दे रहे थे।
उन्होंने सभी एसडीओ व सीओ के निरीक्षण प्रतिवेदन के आलोक में अंचलवार सभी तटबंध व बांधों की मरम्मत कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी अनुमंडल पदाधिकारी व अंचलाधिकारी की ओर से पूर्व में ही उनके क्षेत्राधीन पड़ने वाले तटबंधों/ बांधों का भौतिक निरीक्षण किया गया था। अंचलाधिकारी, घनश्यामपुर ने बताया, बूढे इनायतपुर के 68-71 वें किमी तटबंध भाग में 14-15 जगहों पर रैट होल व रेन कट है। इसमें से 08 रैट होल की पैकिंग कर दी गई है, लेकिन रेन कट के सिलिंग करने का कार्य पूरा नहीं हुआ है।
बताया गया, घनश्यामपुर अंचल अंतर्गत 12-15 जगहों पर रैट होल पैकिंग का कार्य बाकी है। वहीं फ्लड फाइटिंग के तौर पर बांध पर अभी तक मात्र 30 हजार बैग ही रखा गया है। अनुमंडल पदाधिकारी, बिरौल ने बताया, गौड़ाबौराम के असरा पंचायत में तटबंध की तुरंत मरम्मत कराना आवश्यक है।
अंचलाधिकारी तारडीह ने बताया, 03 टूटान स्थलों को बांधने का कार्य किया जा रहा है। पुरानी कमला नदी में स्लूइस गेट के रिसाव को पैकिंग करने का कार्य चल रहा है। अंचलाधिकारी केवटी ने बताया, दरभंगा बागमती नदी के भटौरा बांध पर कार्य की गति धीमी है। कोठिया में मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ है।
अंचलाधिकारी, जाले ने बताया, खिरोई तटबंध पर भगौल, मुरैठा, सोरिया, सगरपुर, पैनी में तटबंधों में रैट होल की पैकिंग कार्य को तेज करने की जरूरत है।
बहादुरपुर के अंचलाधिकारी ने बताया, सिरनिया बांध तटबंध में रेन कट को फिलिंग करने का कार्य धीमी है। अंचलाधिकारी, सिंहवाड़ा ने बताया, खिरोई नदी के शाखा में जमींदारी बांध की मजबूतीकरण का कार्य किया जा रहा है। अंचलाधिकारी, बहेड़ी का कहना था, भरनिया व दगवा स्लूइस गेट के रिसाव को बंद करने का कार्य किया जा रहा है।
डीएम डॉ.एसएम ने बाढ़ प्रवण सभी अंचलों में संबंधित पदाधिकारियों की ओर से बताए गए उपरोक्त तटबंधो के मजबूतीकरण कार्य को युद्धस्तर पर चलाकर दो दिनों में पूरा करने का निदेश संबंधित जल निस्सारण प्रमंडल व बाढ़ नियंत्रण प्रमण्डल के कार्यपालक अभियंता को दिया है।
उन्होंने कहा, ड्रेनेज व फ्लड डिवीजन के एई./जेई संबंधित अंचल के अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी के साथ डेली तटबंधों का निरीक्षण करेंगे। कमजोर बिंदुओं को तत्परता पूर्वक दुरूस्त कराएंगे। कहा, इस कार्य में थोड़ी भी ढ़िलाई अथवा शिथिलता पाए जाने पर सबंधित अधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, अंचलों में नाव की उपलब्धता की समीक्षा में पाया गया कि केवटी, जाले, सदर, अलीनगर, तारडीह, मनीगाछी अंचलाधिकारी में पर्याप्त नाव की व्यवस्था नहीं है। कहा, बाढ़ से जान-माल की रक्षा में नाव की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए नाव की उपलब्धता को हल्के से लेने पर उक्त सभी अंचलाधिकारी को कारण पृच्छा किया गया है।
कहा है, आपदा कानून के तहत क्यों नहीं उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाए। डीएम डॉ.एसएम ने कहा है, दरभंगा जिला में विगत वर्षों में भी बाढ़ आते रहे हैं। बाढ़ का पानी गांवों में फैल जाने पर लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर बाढ़ आश्रय स्थलों में उन्हें पूरे सम्मान के साथ रखनी है। इसलिए सभी बाढ़ प्रभावित पंचायतों में पर्याप्त संख्या में नाव व नाविक 24 घंटे तैयार रखे जाएं।
सभी सीओ को बाढ़ से प्रभावित होने वाले पंचायतों में शरण स्थली चिन्ह्ति कर वहां भोजन, आवासन, पानी, शौचालय, बिजली आदि सभी बुनियादी सुविधाएं बहाल करने को कहा गया है। वहीं शरण स्थली के प्रभारी को सीओ से समन्वय बनाकर शरण स्थली में सामुदायिक रसोई चलाने के लिए खाद्यान्न, ईंधन, रसोईया आदि की अग्रिम व्यवस्था तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।
इस बैठक में अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी, उप विकास आयुक्त डॉ. कारी प्रसाद महतो, प्रशिक्षु सहायक समाहर्त्ता प्रियंका रानी, सभी वरीय प्रखंड प्रभारी पदाधिकारी, ड्रेनेज व फ्लड डिवीजन के कार्यपालक अभियंता समेत अन्य उपस्थित थे। वहीं अनुमंडल पदाधिकारी, एमओआईसी, अंचलाधिकारी समेत अन्य वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से इस बैठक में शामिल हुए।