दरभंगा, देशज टाइम्स न्यूज। दरभंगा के लॉज फिर से दुर्दांत से लेकर अंतरजिला गिरोह के अपराधियों के आशियाने बन रहे हैं। पुलिस इस बात को जानकर भी अंजान बनी है। किसी भी लॉज की सही से छानबीन व छापेमारी करना पुलिस जरूरी नहीं समझती। हद यह, पुलिस जानबूझकर अपने अधिकारियों व लापरवाह अफसरों को बचाने का खेल खेल रही है। यही वजह है,लूट की घटना के बारे में नगर थानाध्यक्ष ने तुरंत सूचना नहीं दी, बाबजूद उनपर कार्रवाई अब तक नहीं हुई। उनकी इस लापरवाही की सिर्फ जांच कराई जा रही है। होना तो यह चाहिए था, तत्काल उन्हें लाइन हाजिर कर कोने में बैठाया जाता मगर ऐसा नहीं हो रहा।
इधर, नगर थाना क्षेत्र के बड़ा बाजार स्थित अलंकार ज्वेलर्स में गत नौ दिसंबर को पांच करोड़ के जेवरात लूट की घटना में कुल 16 अपराधियों के शामिल होने की लंबी चौड़ी पुलिस सूची ही बनाकर खुद की पीठ थपथपा रही है। इनमें दरभंगा के अलावा हाजीपुर और मधुबनी के अपराधी शामिल थे उनका अभी तक कोई पता नहीं है। पुलिस ने घटना में शामिल दरभंगा के सात अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले में जीत का दावा भले कर ले लेकिन जब तक लूटे गए जेवरात व नकदी की बरामदगी नही हो जाती पुलिस के हाथ खाली ही मानें जाएंगें।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लगातार छापेमारी में लहेरियासराय थाना क्षेत्र के मदारपुर स्थित मंडल लॉज और मौलागंज स्थित बैलीपोखर से सात अपराधियों को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन अपराधियों में मदारपुर के भूषण सहनी, कन्हैया कुमार, केशव कुमार, राजकुमार, पवन कुमार तथा लहेरियासराय थाने के मोगलपुरा निवासी गणेश कुमार व मौलागंज निवासी राजू उर्फ शाका उर्फ कोठिया इन लॉज में रह कैसे रहे थे इसकी जांच नहीं हुई जबकि ये सभी अपराधी बाहरी अपराधियों को लॉज में रखे हुए थे। वहीं से घटना को अंजाम देने की साजिश रची गई।
मुख्य साजिशकर्ता दरभंगा के ही ज्वेलरी कारीगर कन्हैया साह ने जब भूषण सहनी ने मनीष सहनी व उनके साथियों को मदारपुर बुलाया व कन्हैया साह एवं अन्य साथियों से मीटिंग कराई तो वह जगह कौन सी थी। सभी अपराधी आठ दिसंबर को मदारपुर के एक लॉज में रात में कैसे रूके। इस लॉज के मालिक से अब तक पुलिस ने पूछताछ क्यों नहीं की है और अगर की है तो उसे अब तक गिरफ्तार क्यों नही किया गया।
अब पुलिस को हाजीपुर के मनीष सहनी व उसके गिरोह की तलाश है जिसे झारखंड पुलिस भी तलाश रही है। एसएसपी बाबूराम ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक कट्टा, दो कारतूस, दो सौ ग्राम गांजा व 20 पत्ता नशे की गोलियां बरामद हुई हैं। इसके अलावा घटना में उपयोग की गयी दो पल्सर बाइक एवं पांच मोबाइल फोन भी बरामद किये गए हैं।
एसएसपी ने बताया कि लूटे गए जेवरात की बरामदगी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। जल्द ही लूटा गया सोना बरामद कर लिया जाएगा एवं बचे हुए अपराधी भी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
लापरवाह अधिकारी व पुलिसकर्मी पर होगी कार्रवाई:
एसएसपी ने कहा कि लूट की घटना के बारे में नगर थानाध्यक्ष ने तुरंत सूचना नहीं दी। उनकी इस लापरवाही की भी जांच कराई जा रही है। इसके अलावा गश्ती करने वाले पुलिस कर्मियों की लापरवाही का भी पता लगाया जा रहा है। जितने भी लापरवाह पुलिस अधिकारी व कर्मी हैं, उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।