मुज़फ़्फ़रपुर,देशज न्यूज। ज़िले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के कोर्ट में बुधवार को पतंजलि विश्विद्यालय के संयोजक स्वामी रामदेव व पतंजलि संस्था के चेयरमैन आचार्य बालकृष्णन के खिलाफ परिवाद दर्ज हुआ।
परिवादी समाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने यह आरोप लगाया है कि पतंजलि की ओर से कोरोना वायरस से निजात की दवा बनाने का दावा किया गया।इसका व्यापक प्रचार-प्रसार पूरे देश मे कराया गया जबकि इसकी जानकारी आयुष मंत्रालय को नही दी गयी।
आयुष मंत्रालय की ओर से पतंजलि के इस दवा संबंधित प्रचार-प्रसार पर रोक लगाया गया। इससे यह साबित होता है, एक साजिश के तहत आयुष मंत्रालय समेत पूरे देश को धोखा दिया गया।
आरोपी की ओर से जान बूझकर घातक नुकसानदेह कदम उठाया गया। इससे लाखों लोगों के जान पर भविष्य में खतरा हो सकता है । इसको लेकर परिवादी तमन्ना हाशमी द्वारा जुर्म दफा 420,120 (बी), 270,504/34 भादवि के तहत दर्ज कराया गया है। कोर्ट परिवाद मामले में अगली सुनवाई 30 जून को न्यायालय ने निर्धारित की है।