मुजफ्फरपुर, देशज न्यूज। ये हैं बिहार की महिलाएं। रहती हैं मुजफ्फरपुर जिले की मुसहरी प्रखंड के कोठिया गांव में। इन महिलाओं की पहचान यह है, ये दो साल के भीतर बीस से अधिक बच्चे को जन्म देने की ताकत रखती हैं। चौंकिए मत, आइए इनसे मिलवाते हैं। इनका नाम है, शांति देवी, सोनिया देवी,लीला देवी व सोनी देवी। ये महिलाएं सरकारी आकड़ों में दो साल के दौरान बीस से अधिक बच्चे को जन्म दिया है।
यही है अपना बिहार। बस इंतजार कीजिए नए सरकार बनने का। हद यह हैं, इनमें से अधिकांश उम्रदराज हैं। मगर, तेरह माह के अंदर एक 65 साल की बुजुर्ग महिला ने आठ बच्चों को जन्म देकर सरकारी राशि का गबन किया। तुर्रा यह सुनिए, एक महिला ने तो एक ही दिन में दो बार बच्चे को जन्म दे दिया। फर्जीवाड़ा का खेल मुजफ्फरपुर के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना में हुआ है।
बुजुर्ग और उम्रदराज महिलाओं के खातों में योजना मद की राशि डालकर पैसे का बंदरबांट की जा रही है। लाभुकों को पता भी नहीं चल रहा है कि उसके खाते में सरकारी राशि डालकर बिचौलियों द्वारा रुपये की निकासी की जा रही है। रिवार नियोजन का ऑपरेशन करा चुकीं लीला देवी को एक दशक से कोई बच्चा नहीं हुआ है, लेकिन कभी एक ही दिन दो बार तो कभी कुछ माह के अंतराल पर मुशहरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चे का जन्म दिखाया गया। शांति देवी के बैंक खाते में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बच्चे को अस्पताल में जन्म देने पर मिलने वाली 14 सौ रूपये की राशि भेजी जा रही है।
उन्होंने 20 सालों के दौरान किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया है। उनका सबसे छोटा बेटा 20 साल का है। शांति देवी के बैंक खाते में तीन जुलाई से तीन अगस्त तक 13 महीने के दौरान छह बार 1400 रुपये की राशि भेजी गई है। खास बात यह है कि शांति देवी के अनुसार इस गोरखधंधे का पता तक नहीं है। आठ बच्चों का जन्म दिखा राशि क्रेडिट होने के अगले दिन ही उनके खाते से रुपए निकाल लिए गए।