-एक ही एसएफसी प्रबंधक के जिम्मे हथुआ व मीरगंज गोदाम का है प्रभार
गोपालगंज,देशज न्यूज। एक साल से अवैध ढंग से एक युवक अपने बड़े भाई के नाम पर ड्यूटी कर रहा है। मामला राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) से जुड़ा हुआ है। सरकारी कागज के अनुसार उसका बड़ा भाई एजीएम (सहायक प्रबंधक) मिथिलेश कुमार क्रांतिकारी मीरगंज गोदाम में कार्यरत है। इसके साथ ही उसे हथुआ गोदाम का भी प्रभार मिला हुआ है। ऐसे में उसने अपने छोटे भाई अवधेश कुमार को हथुआ गाेदाम का प्रभार दे रखा है जबकि ऐसा कोई भी नियम नहीं हैं।
सरकारी नियमानुसार डीलरों को राशन दुकानों पर वजन कराकर खाद्यान्न देने का नियम है लेकिन हथुआ और मीरगंज में बिना तौले एसएफसी गोदाम से खाद्यान्न दिया जाता है और बोरे में 50 किलोग्राम की जगह 45 किलोग्राम खाद्यान्न रहता है। इस तरह की गड़बड़झाला वाली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार करने के लिए कई संगठनों ने मांग की है लेकिन व्यवस्था सुधारने पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया है।सरकारी खाद्यान के भंडारण के लिए मौजूद गोदामों में आए अनाज रखरखाव के अभाव में सुरक्षित भी नहीं हैंं। गोदाम में रखे चावल,गेहूं और चना बिखरे पड़े हैंं। गोदाम के अंदर कहीं चावल सड़ रहा है तो किसी ओर गेहूं।
एसएफसी के एजीएम मिथिलेश कुमार क्रांतिकारी ने बताया कि एफसीआई से आए खाद्यान के बोरे गोदाम में उतारते समय फट जाते हैंं जिससे गिरा चावल और गेहूं अधिक दिन फर्श पर रहने के कारण सड़ने लगता है। हालांकि उसे उठवाकर नए बोरो में रखा जाता है जिसे बाद में भी डीलरों को दिया जाता है।जिला फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन ने डीएम को आवेदन देकर डीलरों को राशन दुकानों पर वजन करा खाद्यान्न देने की मांग की है।
एसोसिएशन का कहना है कि बिना तौले एसएफसी गोदाम से खाद्यान्न दिए जाने के कारण 50 बोरे पर पांच क्विंटल और 100 बोरे पर दस क्विंटल कम खाद्यान्न रहता है। इस तरह की गड़बड़झाला वाली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार किया जाय। मीरगंज गोदाम के एजीएम ने बताया कि डीलरों को किसी बोरे में औसतन 47 तो किसी बोरे में 51 किलोग्राम खाद्यान्न तौल कर दिया जाता है। जिला प्रबंधक प्रमोद कुमार ने बताया कि एक प्रबंधक को दो गोदाम का प्रभार दिया गया है लेकिन उसे ही डीलरों को खाद्यान्न देना है। अगर उसका भाई या अन्य कोई दूसरा व्यक्ति खाद्यान्न का वितरण करते पाया जाएगा तो जांचोंपरान्त कार्रवाई की जाएगी।