बेगूसराय। बेगूसराय मंडल कारा में बंद एक विचाराधीन कैदी की मौत सोमवार को इलाज के दौरान हो गई। मृतक कैदी आर्म्स एक्ट का आरोपी केशावे निवासी मनोज यादव है। इस मामले में मृतक के परिजनों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। जबकि जेल प्रशासन का कहना है कि इलाज में कोई कोताही नहीं prisoner dies in begusarai jail बरती गई थी।
मनोज यादव पिछले नवम्बर महीने से आर्म्स एक्ट मामले में बेगूसराय मंडल कारा में बंद था। कारा प्रशासन के अनुसार मनोज यादव अस्थमा रोग से पीड़ित था और लगातार इलाज चल रहा था। चार दिन पहले मनोज यादव को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से रविवार को छुट्टी दे दी गई थी लेकिन, सोमवार को फिर उसकी हालत बिगड़ने prisoner dies in begusarai jail लगी तो कारा प्रशासन द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
इधर, मनोज यादव के पुत्र शंभू यादव का कहना है कि हालत खराब रहने के बावजूद रविवार को उन्हें जबरन सदर अस्पताल से मंडल कारा भेज दिया गया, जहां रात में हालत फिर से बिगड़ने लगी तो सुबह में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। कारा प्रशासन की लापरवाही से इलाज के लिए लाने में देरी हुई और रास्ते में ही मनोज यादव की मौत prisoner dies in begusarai jail हो गई। बाद में प्रशासन द्वारा लीपापोती का प्रयास करते हुए मृतक को सदर अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश की गई। लेकिन सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने इंकार कर दिया।