बेगूसराय, देशज न्यूज। लोगों को नित नई सुविधा और सेवा उपलब्ध कराने में तत्पर डाक विभाग अब मिथिला का विश्व प्रसिद्ध व्यंजन मखाना की बिक्री डाकघरों में शुरू करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ तथा ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान के तहत इसकी शुरुआत हो (mithila makhana will be sold in post offices) रही है।
मखाना खीर, मखाना लाबा, मखाना इंस्टेंट मिल्क शेक, फूल मखाना एवं मखाना मिनी मंच समेत 25 से 30 प्रकार के मखाना व्यंजन की बिक्री शीघ्र ही डाकघरों में शुरू होगी। पहले चरण (mithila makhana will be sold in post offices) में इसकी शुरुआत बिहार डाक परिमंडल के जीपीओ (पोस्ट शॉप) पटना से होगा और इसके बाद बहुत जल्द बिहार के अन्य डाकघरों में भी सभी प्रोडक्ट की बिक्री शुरू हो जाएगी। डाकघरों में ना सिर्फ बिक्री शुरू होगी, बल्कि किफायती दरों पर होम डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
यह जानकारी पूर्वी क्षेत्र बिहार के पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार ने बुधवार को दी। उन्होंने बताया कि देश में करीब 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मखाने की खेती होती है, जिसमें 80 से 90 प्रतिशत उत्पादन अकेले बिहार में होता है। इसके उत्पादन में 70 प्रतिशत हिस्सा सिर्फ मिथिलांचल का है।
बिहार में मिथिला के दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल, सीतामढ़ी, पूर्णिया, कटिहार आदि जिलों में मखाना का सार्वाधिक उत्पादन होता है।मखाना को देवताओं का भोजन कहा गया है, जन्म हो या मृत्यु, शादी हो या गोदभराई, व्रत उपवास हो या यज्ञ हवन, मखाने का हर जगह विशेष महत्व रहता है। इसे आर्गेनिक हर्बल भी कहते है, क्योंकि यह बिना किसी रासायनिक खाद या कीटनाशक के उपयोग के उगाया जाता है। अधिकांश ताकत की दवाईयां मखाने के योग से (mithila makhana will be sold in post offices) बनायी जाती है। इसकी पौष्टिकता अपने आप में आनोखी है।
मिथिला के विश्व प्रसिद्ध मखाना की दुनिया भर में काफी मांग है और इस मांग को देखते हुए बिहार डाक परिमंडल एवं मिथला नातुराल्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक समझौता हुआ है। मिथला नातुराल्स प्राइवेट लिमिटेड भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण से प्रमाणित है। मिथला मखाना के सारे प्रोडक्ट्स सिग्मा टेस्ट प्रमाणित है जो कि खाद्य प्रोडक्ट में एक उच्च कोटि का टेस्ट होता है। सभी प्रोडक्ट्स ग्राहक घर बैठे मंगवा सकते है या अपने नजदिकी डाकघर से (mithila makhana will be sold in post offices) खरीद सकते है।
उन्होंने बताया कि यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ एवं ‘वोकल फॉर लोकल’ के प्रधान मंत्री के परिकल्पना को भी साकार कर आगे बढ़ाएगी। साथ ही साथ शुद्धता की गारन्टी होगी तथा बाद में स्थानीय मसाला, आचार इत्यादि सामग्री भी डाक विभाग उपलब्ध कराएगा।