बेगूसराय। बिहार में बेगूसराय के मंडल कारा अधीक्षक अपने ही जेल के एंबुलेंस चालक के हत्या मामले में फंस गए हैंं। मृतक एंबुलेंस चालक धर्मेंद्र रजक के पुत्र सत्येंद्र कुमार ने कारा अधीक्षक बृजेश सिंह मेहता पर अपने पिता की हत्या करवाने का आरोप लगाया है।
मृतक के पुत्र द्वारा नगर थाना में दिए गए आवेदन के आधार पर पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। एसपी अवकाश कुमार ने आज बताया कि मृतक एंबुलेंस चालक के पुत्र द्वारा जेल अधीक्षक पर अपने पिता की हत्या करने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उन्हें किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार की सुबह नगर थाना क्षेत्र के सुभाष चौक के समीप बदमाशों ने पटना के अस्पताल से कैदी को पहुंचा कर लौट रहे जेल के एंबुलेंस चालक धर्मेंद्र रजक की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने समाहरणालय का गेट बंद कर हंगामा मचाते हुए जेल अधीक्षक बृजेश सिंह मेहता पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पिछले वर्ष एक विचाराधीन कैदी की जेल में पिटाई के कारण मौत हो गई थी।
इस मामले में कारा प्रशासन ने उक्त कैदी की मौत को बीमारी से मौत का रूप देने का प्रयास किया। उक्त कैदी को लेकर अस्पताल गए एंबुलेंस चालक धर्मेंद्र रजक पर बीमारी से मौत का बयान देने के लिए दबाव बनाया था और मनचाहा बयान नहीं देने के कारण कारा अधीक्षक पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है। फिलहाल जांच में मामला जो भी सामने आए, लेकिन कारा अधीक्षक पर लगे इस आरोप के बाद हर ओर चर्चा का बाजार गर्म है।