बलिया। पुलिस ने जिले में अवैध शराब की भारी खेप बरामद की है। पुलिस ने एक पोल्ट्री फार्म पर छापेमारी कर बिहार भेजी जा रही चालीस लाख की हरियाणा निर्मित अवैध अंग्रेजी शराब के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन तस्कर फरार हो गए।
पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने पुलिस लाइन के सभागार के प्रेस कांफ्रेंस कर शनिवार को बताया कि अवैध शराब के कारोबार में लिप्त अपराधियों व शराब तस्करों के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है। जिसके क्रम में हल्दी थाने की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि हल्दी थाने के प्रभारी कालीशंकर तिवारी व एसआई सूर्यनाथ यादव शुक्रवार को रात्रि गश्त पर थे।
जानकारी मिलने पर पुलिस टीम ने मुड़ाडीह ताल के करीब महामुण्डेश्वर मन्दिर के पास सिवान में बने एक पोल्ट्री फार्म के अन्दर हरियाणा से तस्करी कर रखे गए अवैध शराब के जखीरे पर छापा मारा। हल्दी पुलिस द्वारा दबिश देकर तलाशी ली गयी तो पोल्ट्री फार्म में बने एक कमरे में 455 पेटी में 4060 लीटर अवैध शराब बरामद हुई। जिसकी कीमत लगभग 40 लाख है।
उन्होंने बताया कि मौके से तीन अभियुक्त गिरफ्तार किये गये। साथ में मौके से पांच किलो यूरिया, तीन किलो फिटकरी व दो किलो नौशादर भी बरामद हुई। श्री ताडा ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार तस्करों की पहचान आकाश सिंह, विजय नायक व राजकुमार राम के रूप में हुई।
हरियाणा से मंगायी अवैध शराब बिहार में बेच कर कमाते हैं मोटी रकम
एसपी ने बताया कि पकड़ में आया आकाश सिंह पुत्र जितेन्द्र सिंह पोखरा गायघाट थाना हल्दी बलिया का रहने वाला है। जबकि विजय नायक पुत्र झब्बू नायक डूमर टोली थाना नगड़ी जिला राची झारखण्ड व राजकुमार राम पुत्र सत्तन जैनपुर थाना रगेली जिला मोरंग नेपाल का निवासी है। तीनों से रूप से पूछताछ की गयी तो पता चला कि यह पोल्ट्री फार्म विनय सिंह व बच्चा सिंह पुत्रगण लल्लन सिंह निवासीगण पोखरा गायघाट थाना हल्दी बलिया का है। ये तीनों उनके नौकर हैं।
वही लोग हरियाणा से ट्रक से यह शराब मंगाये थे और पकड़े गए तीनों युवकों ने उतार कर कमरे में रखा था। पोल्ट्री फार्म की आड़ में अवैध शराब का धंधा किया जाता है। पोल्ट्री फार्म में आने-जाने वाली गाड़ियों में छिपाकर अवैध शराब को लाद कर उसके ऊपर धान की भूसी, मुर्गी के अण्डे व मुर्गे में छिपाकर बिहार में ऊंचे दाम पर बेच कर भारी धन अर्जित करते हैं। एसपी ने बताया कि मौके से बच्चा सिंह, मनीष सिंह व विनय सिंह भाग गये।