आरा, देशज न्यूज। कोरोना की खतरनाक स्थिति के बावजूद आरा के महंथ महादेवानंद महिला कॉलेज में कॉलेज की प्राचार्या आभा सिंह ने इंटर में नामांकन ऑनलाइन की बजाय ऑफलाइन करने के आदेश दिए जिससे कॉलेज में छात्राओं की भारी भीड़ टूट पड़ी।
स्थिति यह है कि अगर एक भी संक्रमित छात्रा का संपर्क भीड़ भरे कॉलेज कैम्पस से जुड़ी छात्राओं से हुआ तो बड़ी तबाही मच सकती है। केंद्र की गाइड लाइन और लॉक डाउन की परवाह किए बिना कॉलेज की प्राचार्या ने भोजपुर जिले को कोरोना की आग में झोंक दिए जाने की पृष्ठभूमि तैयार कर दी है।
इंटर में नामांकन के लिए जिले भर की छात्राओं का हुजूम कॉलेज कैम्पस में जमा हो गया और नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। महंथ महादेवानंद महिला कॉलेज आरा में इंटर की छात्राओं की उमड़ी भीड़ और कोरोना के खतरे को भांपते हुए एबीवीपी की छात्रा प्रतिनिधि अनामिका ने तुरंत छात्राओं की भीड़ भरी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी।
अनामिका की पोस्ट जैसे ही वायरल हुई , विश्वविद्यालय के प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया। छात्र संगठनों की तरफ से भी सवाल खड़े कर दिए गए। मामला आगे बढ़ते देख विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया और प्राचार्या को मंगलवार से इंटर में नामांकन ऑनलाइन कराने का आदेश दे दिया।
कॉलेज में नामांकन इंटर का हो रहा है किंतु यह कॉलेज वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अधीन है और इसमें स्नातक और पीजी की पढ़ाई भी होती है,इसलिए प्राचार्या को कोरोना और महामारी अधिनियम का हवाला देकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें कड़े निर्देश दिए।
बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब प्राचार्या आभा सिंह ने अपनी अयोग्यता और अकुशलता का परिचय दिया है बल्कि इसके पहले भी उन्होंने महामारी के बढ़ते आंकड़ों के बीच कॉलेज कैम्पस में कई दिनों तक स्नातक खण्ड तीन की छात्राओं के ऑफलाइन परीक्षा फॉर्म भरने को लेकर भारी भीड़ जुटाई थी।
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