पटना,देशज न्यूज। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) के तीसरे चरण के मतदान से ठीक पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने आज चुनाव प्रचार के आखिरी दिन कहा कि यह चुनाव उनका अंतिम है। इसके बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने जनता से अपील की-उन्हें एक बार राज्य का सेवा करने का मौका दे। उन्होंने यह ऐलान आज पूर्णिया में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए की है।
नीतीश कुमार ने दिया बड़ा बयान
नीतीश ने यह चुनावी दांव तब खेला है जब राज्य में दो चरण के मतदान संपन्न हो चुके है। वे 77 से राजनीति में सक्रिय है। नीतीश के इस बयान को बहुत ही बारीकी से देखने की जरुरत है। नीतीश कुमार का यह आखिरी चुनावी दांव तेजस्वी के थकाउ नेता के लगातार बयान के बाद आया है। इसका मतलब यह भी लगाया जा सकता है कि वे तेजस्वी के बयान पर परोक्ष रुप से अपनी रजाबंदी दी है। दूसरी तरफ कहीं दोनों चरणों में मतदान के अपने पक्ष में न होने के आशंका के बाद डेमेज कंट्रोल करने का नीतीश का यह प्रयास तो नहीं है। मतलब साफ है कि नीतीश कुमार के आखिरी चुनाव का दांव बहुत कुछ कहता है। जिसका व्याख्या अब नए सिरे से शुरु हो जाएगा।
तेजस्वी ने पहले ही दी थी सलाह
बता दें कि राज्य में सत्ता हासिल करने के लिए एनडीए और महागठबंधन में होड़ लगी हुई है। हालांकि एनडीए के तरफ से आधिकारिक तौर पर सीएम पद के लिये नीतीश कुमार को ही आगे किया है। लेकिन चिराग पेंच फंसने के कारण नीतीश कुमार और बीजेपी के रिश्ते को संदेह से ही पूरे चुनाव प्रचार के दौरान देखा गया है। उधर महागठबंधन के तरफ से सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव लगातार नीतीश पर हमलावर रहे है। उन्होंने नीतीश कुमार को ‘थकाउ नेता’ कहकर कई बार राजनीति से विदा लेने की बात कही है। जिस पर आज नीतीश कुमार ने भी मोहर लगा दी है।