पटना, 31 मार्च। पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में पिछले 48 घंटे के दौरान संदिग्ध हालात में 13 लोगों की मौत हो गई। मृतकों के परिजनों को आशंका है कि जहरीली शराब पीने से इन लोगों की मौत हुई है। मामला सामने आने के (13 killed in suspicious conditions during last 48 hours) बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि, प्रशासन इस बात से इनकार कर रहा है।
बिहार के नवादा में 6, सासाराम में 5 और बेगूसराय में 2 लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि मरने से पहले इन सभी ने शराब का सेवन किया था, जिसके कारण इनकी मौत हुई है। जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों के आंख की रोशनी जाने की भी बात सामने आ रही है।
पहली घटना सासाराम के कोचस थाना क्षेत्र का है। चवरी गांव में संदिग्ध अवस्था में पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान राम अवतार राम, मनोज राम, विनोद चौहान, राजेश चौहान और सतीश कुमार सिंह के रूप हुई है। परिजनों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से उनकी मौत हुई है। वहीं, प्रशासन इस पूरे मामले पर खामोश है।
चवरी गांव के रहने वाले मृतक राम अवतार राम की पत्नी लखपातो देवी का कहना है कि उसके पति शराब पिए थे। उनकी तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल ले गए, जहां उसने दम तोड़ दिया। मृतक मनोज राम और विनोद चौहान के परिजनों का भी यही कहना है कि दोनों ने होली के दिन शराब पी थी। बाद में तबीयत बिगड़ी तो कोचस के एक निजी क्लीनिक में ले गए, जहां डॉक्टर दोनों को नहीं बचा पाए। मनोज की पत्नी लाली देवी और विनोद चौहान की भाभी मीना देवी ने दोनों के शराब पीने की बात स्वीकार की है।
कंजर गांव के रहने वाले मृतक राजेश चौहान के परिजन चंदन चौहान का कहना है कि राजेश गांव में ही कहीं से शराब पीकर आया और उसकी तबीयत बिगड़ गई। फिर उसकी मौत हो गई। करगहर थाना क्षेत्र के रामपुर के रहने वाले गिरिजा शंकर सिंह के बेटे सतीश कुमार सिंह की भी संदेहास्पद स्थिति में मौत हो (13 killed in suspicious conditions during last 48 hours) गई।
उधर, नवादा जिले में छह लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतकों के परिजनों ने जहरीली शराब से मौत की आशंका जताई है। इस घटना के बाद प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। घटना भदौली पंचायत के गोंदपुर और खरीदी बिगहा की बताई जा रही है। मुखिया के पति प्रिंस तमन्ना के अनुसार दो लोगों की इलाज के दौरान आंख की रौशनी चली गई। दोनों खरीदी बिगहा के रहने वाले हैं।
उनके परिजनों के मुताबिक होली के दिन उन लोगों ने शराब पी थी, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में सभी को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां सभी की मौत हो गई। मृतकों के परिजनों ने मौत की वजह जहरीली शराब बताया है।
इसके अलावा बेगूसराय जिले के बखरी नगर क्षेत्र में भी दो युवकों की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है। जहरीली शराब पीने से इनकी मौत की आशंका जताई जा रही है। (13 killed in suspicious conditions during last 48 hours) मृतकों की पहचान गोरीयारी निवासी राजकुमार सहनी और सकलदेव चौधरी के रूप में की गई है।
बताया गया है कि तीनों व्यक्तियों ने एक साथ जहरीली शराब पी थी, जिसके बाद तीनों की हालात खराब होने लगी और देखते ही देखते राजकुमार सहनी और सकलदेव चौधरी की मौत हो गई। वहीं, बिरजू साहनी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है, जिसका इलाज बेगूसराय के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
जिम्मेदारों पर हो कड़ी कार्रवाई
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जो लोग भी ऐसे काम में शामिल हैं उनके ऊपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इसके लिए जिम्मेदार बड़े अधिकारियों के ऊपर भी गाज गिरनी चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शराबबंदी को सफल बनाने के लिए यह बेहद (13 killed in suspicious conditions during last 48 hours) जरूरी हो गया है कि जो बड़े-बड़े अधिकारी इसमें संलिप्त हैं उनकी बर्खास्तगी हो।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने भी शराब पीने से सासाराम में चार लोगों की मौत और (13 killed in suspicious conditions during last 48 hours) दो लोगों के आंख की रोशनी चली जाने की बात सामने आई थी।