बेनीपुर। वृद्ध, विधवा एवं दिव्यांग जनों के लिए निर्मित बुनियाद केंद्र अपने व्यापक स्वरूप में आ गई है। शनिवार को उक्त केंद्र पर ऑप्टिज्म प्रभावित बच्चों के बीच निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 35 बच्चों ने भाग लिया। चित्रकला में श्रवण बाधित सागर कुमार प्रथम , पांव से दिव्यांग राजा बाबू नायक द्वितीय एवं पॉव से ही दिव्यांग राधेश्याम झा तृतीय स्थान प्राप्त किया।
साथ ही बालिका वर्ग में सरिता कुमारी श्रवण बाधित प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि सामान्य बच्चों में शांति कुमारी ,कृष्णा कुमारी ,रवीना खातून का चयन किया गया, जिन्हें बुनियाद केंद्र प्रबंधक सत्य प्रकाश शाह की ओर से पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही उन्हें जिला स्तरीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निबंधित किया गया।
इस दौरान विधवा एवं दिव्यांग जनों एवं परिजनों को संबोधित करते हुए प्रबंधक ने कहा कि ऑप्टिज्म कोई अनुवांशिक बीमारी नहीं है यह अकेलापन के कारण बच्चों में पनप रही है जिसका मूल कारण संयुक्त परिवार का टूटना है और बच्चे में एकाकीपन बनना मूल कारण है। ऑप्टिज्म का अर्थ ही स्वलीनता होती है। इसमें ज्यादा से ज्यादा अभिभावकों को सजग होने की आवश्यकता है जो बच्चों को बच्चों के बीच में रहने देने का प्रयास किया जाना चाहिए जिससे कि बच्चों में प्रतिस्पर्धा जागती है और एकाकीपन समाप्त होती है।